बुधवार, 19 अप्रैल 2017

सोढा ( परमारों ) की खापे और महत्वपूर्ण जानकारी

सोढा परमारों की खापें
👉मूल पुरुष : परमार 
👉वंश : अग्निवंश (सूर्यवंश)
👉गौत्र : वशिष्ट
👉कुलक्षेत्र : आबू पर्वत 
👉 तिथि : पांचम 
👉महीनों : वेशाख 
👉वार : गुरु 
👉पागडी : पचरंगी 

👉झडो : त्रीबधी 
👉जाज़म : सूवा पंखी 
👉नदी : सफरा 
👉धोडो : कवलीयौ 
👉साखा: माधवी 
👉ढाल : हरीपंख 
👉तलवार : रणतर 
👉वुक्ष: आबो 
👉गाय : कवली गाय 
👉गणपति : ऐकदत 
👉भेरव : गोरा भेरव 
👉गुरु : गोरखनाथ 
👉निशान : केसरीसिंह 
👉शस्त्र : भालो 
👉वेद : यजुर्वेद 
👉भाम्र्न :राजगौर 
👉बेसणु : उज्जेन 
👉प्रवर : पांच 
👉महादानेश्वरी : राजा भोज 
👉भूदाने श्वर : राजा राम 
👉सूवण दानेश्वरी : सोढ़ा जी परमार 
👉कुंड : अनलकुंड 
👉वीरवत : राजाविक्रम 
👉परदुख भंजन : राजा वीर विक्रमादित्य 
👉आध : पुस्तराज 
👉प्राणदाता : इंद्र 
👉नगरी : चंद्रावती 
👉क्षमादान : राजा मूँज
👉कुलदेवी  : हरसीधी माँ 
👉इष्टदेवी : सचियाय माँ 
👉पीर : पिथौराजी 
🌞कुल परमार और सोढ़ा राजपूत 
का थोड़ा परिचय 👣वंशावली
👉राजा परमार 
👉पोहोकर 
👉पुरुराव 
👉कनक्कुवर 
👉सजा करण 
👉कुण 
👉भीमराज़ 
👉कलग 
👉राजा इंद्र 
👉राजा चदव 
👉राजा जगत सेन 
👉सूर्य हंस 
👉राजा चत्रग 
👉गद्रव सेन 
👉राजा वीर 
👉राजा विक्रमादित्य 
👉चदेव 
👉भीम देव 
👉बलदे राजा 
👉पत सेन 
👉भूपत राजा 
👉जसधमल 
👉राजा विमल 
👉साल भान 
👉संगत कुंवर 
👉राजा वीरों चद 
👉महिपाल 
👉पुर्थ्वि दंड 
👉गऊ पड़ 
👉गऊदेव 
👉कारथेन 
👉सहेस राज़ 
👉सत्य कुंवर 
👉साम देव 
👉वीरपाल 
👉वजेराज़ 
👉राजा सोम 
👉सिंधल सेन 
👉राजा भोज 
👉बधराज़ 
👉उदयादित्य 
👉जगदेव राय 
👉दाभ्र्म 
👉धधमार (सिधुराज )
👉धरणीवराह 
👉धोम 
👉उपट राव 
👉अलप राव 
👉बाहड़राय 
👉छाहड राव (छोड़जी )
👉सोढ़ा जी
सोढ़ा जी छे भाई थे और ऐक बहन 
सोढ़ा जी ! ! साखला जी ! ! वाधो जी ! ! जेतसी जी ! ! जेसगदेव जी ! ! परब जी ! ! केसर कुंवर (संचियाय देवी ) हुवे ? संचियाय देवी सोढ़ा जी के बहन थे ? और वो देवी शक्ति थे ? आज भी सोढ़ा कुल मे उनकी पूजा होती हे ? 
ऐसे परमार कुल मे सोढ़ा जी के बाद उनके वंशज़ सोढ़ा जी के बाद सोढ़ा सरनेम चली ? 
सोढ़ा जी के कुल मे भी पीछे उनके वंशजों के नाम से सोढ़ा कुल मे भी बहुत  सारे अलग अलग सोढ़ा सरनेम हूवी ? 
थोड़ा उनका परिचय
👉सोढ़ा जी (दो पुत्र हुवे )
👉चामकदेव जी (और ) सिंधल जी 
(सिंधल जी के पीछे उनका भी परिवार सिंधल सोढ़ा से आज उनके वंशज सरनेम हे और ये सिंधल कुल मे कूवरी कमलावती हुवे जिनका विवाह राठौड़ कुल के (जुजार ) इस्ट देव पाबुजी के साथ हुवा ? 
और सिंधलो की कूवरी नेतलदे के साथ श्री रामदेवजी का विवाह हुवा ?
और चामकदेव जी के 
वंश मे भी बहोत से सरनेम के सोढ़ा हुवे चामक देव जी के वंश मे देव शिरोमणि पिथौराजी दादा हुवे ? 
विगतवार 
👉सिंधल जी (परिवार )
सिंधल सोढ़ा 
👉चामकदेव जी (परिवार )

भाण सोढ़ा (पिथौरा पौत्र )
संगार्सिसोढ़ा . ! राजिया सोढ़ा ! केलण सोढ़ा ! नागड सोढ़ा ! कितल सोढ़ा ! आस्कण सोढ़ा ! भिभा सोढ़ा ! धोधा सोढ़ा ! करण सोढ़ा ! पाता सोढ़ा ! भारमल सोढ़ा ! विरमदेव सोढ़ा ! गजूँ सोढ़ा ! वीरधमल सोढ़ा ! कीता  सोढ़ा ! रता सोढ़ा ! थिरिया सोढ़ा ! सागराई वेरसी सोढ़ा ! बरजांग  सोढ़ा ! वीजा सोढ़ा ! ऊदा सोढ़ा ! सादुल सोढ़ा ! भुजबल सोढ़ा ! मडा सोढ़ा ! बिच्छु  सोढ़ा ! वीदा सोढ़ा ! नरसिं सोढ़ा ! जेसा सोढ़ा ! सुरज्मल सोढ़ा ! मांनसिंह सोढ़ा ! सुरतान सोढ़ा ! भूपत सोढ़ा ! भोजराज़ सोढ़ा ! विजेराज़ सोढ़ा ! वागा सोढ़ा ! दुदा सोढ़ा ! राम सोढ़ा ! वेरसी सोढ़ा ! गंगदास सोढ़ा ! डला सोढ़ा ! अर्जण सोढ़ा ! लूणकर सोढ़ा ! म्याज़ल सोढ़ा ! नरा सोढ़ा ! नबा सोढ़ा ! मालदेवजी सोढ़ा ! तेजू सोढ़ा ! सिंगरपाल सोढ़ा ! बूटासिंह सोढ़ा ! ज़डपा सोढ़ा ! मालदेव सोढ़ा (पारकरया ) ! लूंभा सोढ़ा ! मूलराज़ सोढ़ा ! अडॉता सोढ़ा ! अजरोईया सोढ़ा ! तडगामा सोढ़ा ! पाटीगडा सोढ़ा ! नडा सोढ़ा ! अखा सोढ़ा ! मांना सोढ़ा ! रायमल सोढ़ा ! देवराज़ सोढ़ा ! लूंणा सोढ़ा ! संतला सोढ़ा ! धारा सोढ़ा ! सूगल सोढ़ा ! देवपाल सोढ़ा ! भोपाल सोढ़ा ! अप सोढ़ा ! कप सोढ़ा ! वडेरिया सोढ़ा ! अलण सोढ़ा ! मालण सोढ़ा ! गज़पाल सोढ़ा ! बहूपाल सोढ़ा ! सरु चा सोढ़ा ! शीवदास सोढ़ा 
और गुजरात मूली 
लखधीरोत सोढ़ा




नोट -इस पोस्ट में कोई खाप छुट भी गयी हो त्रुटिया हो सकती है | अगर आपको कही ऐसा लगे तो आप सुधार करा सकते है |

 https://youtu.be/pC5Tnjgwvy8


67 टिप्‍पणियां

  1. उत्तर
    1. Me sachin rao parmar hu or mere gotra parmar he or me badmer shahar city jisko waha ke raja bahad rao parmar ek rajput they
      par kuchh murkh log mere
      (rao par dout kyo karte he jabki rao ek professional degree he rao mining jagirdar raja,bhupati,naresh kshariyaa, mukhiya,sardar ,hota he jab ki rajgharano ki upadhiya rao maharao, ,rawal maharawal,rana,rajrana,upadhi he to logo jaati hu merit kuldevi hukum badmer se hu par mere parmar surname rao upadhi lagti he to

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    2. Mujhe meri rao upadhi par hota he kuchh Kshatriya merit upadhi par kyo dout large he rao standard logo degree he
      Haraya me
      Yadavo,ko rao sahab bolkar samman diya jata he rao koi jaari nhi ye ek upadhi USSR koi bhi laga sakta he jesebraman bhi rao lagate he baji rao (peshwa) jhansi ki Rani pati gangadhar rao ye bhraman he or Marathi me rao upadhi lagai he or kese madhav rao scindhiya,malhar rao holkar,Khandelwal rao,chimmaji appa rao
      ,shilpat rao dakshin ke bhraman rao,bhatt bhi lagate he to kya ye bhi San galat he mujhe jawab dijiye
      J shree Ram j bhavani bands matram
      Mob.9171337687 call kar Sakte he
      (sachin rao parmar) (soda) badmer city Rajasthan

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  2. उत्तर
    1. Name- Gopalsinh Ramsinh Bodana
      Add- At & po Rampura
      Ta- Sankheda
      Dis- chotaudepur
      Sta- Gujarat
      Muli parmar ke vansaj hay to bodana sraname Kai say aya vistar se jankari ho to bataye.

      हटाएं
    2. Name- Gopalsinh Ramsinh Bodana
      Add- At & po Rampura
      Ta- Sankheda
      Dis- chotaudepur
      Sta- Gujarat
      Muli parmar ke vansaj hay to bodana sraname Kai say aya vistar se jankari ho to bataye.

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    3. Tomar / Borana /Tanwar Vansh Ki Jankari
      तौमर / बोराणा /तंवर वंश की जानकारी -

      वंश – चंद्रवंशी
      कुल देवी – चिल्लाय माता
      शाखा – मधुनेक,वाजस्नेयी
      गोत्र – अत्रि, व्यागर, गागर्य
      प्रवर – गागर्य,कौस्तुभ,माडषय
      शिखा – दाहिनी
      भेरू – गौरा
      शस्त्र – खड़ग
      ध्वज – पंचरगा
      पुरोहित – भिवाल
      बारहठ – आपत केदार वंशी
      ढोली – रोहतान जात का
      स्थान – पाटा मानस सरोवर
      कुल वॄक्ष – गुल्लर
      प्रणाम – जय गोपाल
      निशान – कपि(चील),चन्द्रमा
      ढोल – भंवर
      नगारा – रणजीत/जय, विजय, अजय
      घोड़ा – श्वते
      निकास – हस्तिनापुर
      प्रमुख गदी – इन्द्रप्रस्थ,दिल्ली
      रंग – हरा
      नाई – क़ाला
      चमार – भारीवाल
      शंख – पिचारक
      नदी – सरस्वति,तुंगभद्रा
      वेद – यजुर्वेद
      सवारी – रथ
      देवता – शिव
      गुरु – सूर्य
      उपाधि – जावला नरेश.दिल्लीपति

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  3. जादव (चंद्रवंशी) का भी शाखा गोत्र भेंजीए

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  4. पिथेराज सोढा हु तो ईको जोदे मेरा ठीकाणा कुरन भूज करछ गुजरात मे

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  5. अगर इन सभी राणा की फोटू हो तो भी इसे सही रूप से वंशावली बनाओ

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  6. बहुत ही दुर्लभ और प्रकाशन योग्य सामग्री है ।

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  7. इस में वागा सोढा के बदले में वाधा सोढा आना चाहिए ये सुधार के वाधा सोढा लिखो

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  8. Vah bhai good
    Jay ma sachiyay
    Jay pithorapir
    Jay madavarayji dada

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  9. Jay bhavani hum bhi sodha parivar se talukat rakhte hai sodahabaraiya Jo muli se bishd NE ke bad gujrat me sanali paldi me base vahase Jo nikle or dusre gavo me bashgaye unko baraiya Matlab sodahabaraiya sarnem diya gaya aap se nivedan hai ki hum ko bhi sodha oki khape me sail kare dhanyvad Jay harshidhimaa

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  10. Soda Nataliya Ko bhi samil kare hum bhi sodaparmarki khape me se hai

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  11. Aap se nivedan hai ki aap soda baraiya Ko bhi soda parmaro ki khape me samil kare q ki mudise.muli.se nikalne k bad mahuda theshil me sanali gaav bashaya or vahase jo koy karano se nikal gaye unko logo ne sodabaraiya naam dediya hai pushti jaruri lagti hai to koy bhi gujrati ravji (Barot)se pushti kark soda o ki khape mejode Jay bhavani

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  12. Please Ap muje Aek bat batayie mene aek video me dekha tha ki sodhaparmar rajput ki kuldevi sachiya mata he or mebhi sodhaparmar hu par hamari kuldevi harsidhdhi mata he.

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  13. https://youtu.be/5jfxoA9knEU

    जय भवानी

    हम अर्जनसिंह परमार के वंश

    और जाखडी गाम बसाने से जाखडीया परमार कहेलाते है!

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    उत्तर
    1. Ham bhi Arjunsinh Parmar ke Vansh ke hai Jo abhi Arjunsinh Parmar ka basaya arjanpur kot (Nanavaga) me rahte hai... DilipsinhsodhaParmar

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    1. बारोटजी भीखाभाइ लक्षमणभाइ का पता मील शकता है.पावागढ़ से निकले क्षत्रीयो के बारेमे कुछ ज्यादा जानकारी के लिए आपका धन्यवाद

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    6. બારોટજી ભીખાભાઈ લક્ષ્મણભાઈ
      ઠે,આઈ,ટી,આઈ કોલેજ સામે ગુજરાતભવાની હાઉસિંગ સોસાયટી બ્લોક નં:-૮/૬૨
      જી, મહેસાણા મુ વિસનગર

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  15. અમે ગુજરાતના મહીસાગર જિલ્લાના ખારોલ ગામની નજીક આટાનામુવાડા ગામના વતની છીએ અને અમારી કુલદેવી હરસિદ્ધિ માતાજી છે ગામછેડાની માતાજી કાલીકા માં છે અમારા બારોટ વડનગર ના છે તેમના ચોપડામાં અમે જગદેવ કુળના પરમાર છીએ અને ઉજ્જૈનથી આવીને વસેલા છીએ અને હાલ અમારી અટક બારીયા છે જય માતાજી

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  16. बहुत बढ़िया जानकारी के लिए ह्रदय से आभार सा🙏🙏

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    1. हुकुम सा आपको मेरा प्रणाम।

      में ध्रुवराजसिंह बारिया गुजरात के पंचमहाल से हु।
      शाख सोढा परमार है। कुलदेवी मां माता हर्षद भवानी है।
      में आपको क्षत्रिय बारिया ज्ञाति के बारे में कुछ जानकारी देना चाहता हूं।
      में बताना चाहता हूं कि बारिया क्षत्रिय सोढा परमार के वंशज है।
      राजस्थान के आबू और उसके आसपास के विस्तार में सोढा परमारो का शासन हुआ करता था। जब वहा विदेशी प्रजा ने आक्रमण किया तब वहा से कुछ सोढा परमार गुजरात के पंचमहाल , पावागढ़ , इंद्र प्रदेश , छोटा उदेपुर , दाहोद
      , महीसागर etc … प्रदेशों में आकर बसे।
      यहां के मूल निवासी लोकोने इन सोढा परमारो को बहारिया
      ( गुजराती में इसका अर्थ होता है बाहर से आनेवाले )
      कहा। समय बीतते बीतते यही हमारी पहचान हो गई।
      और बहारिया का बारिया / बारिआ / बारैया हुआ।
      इस प्रकार राजस्थान से आए हुए कुछ सोढा परमार गुजरात में बारिया कहलाने लगे। और हमारे पूर्वजों ने भी यही नाम स्वीकार कर लिया।
      गुजरात के इस क्षेत्र जंगल विस्तार में है। और यह शिक्षा का स्तर पहेलेसे ही निम्न है। इस लिए यहां zaverchand मेघाणी जैसे कवि और बारोट यानी की भट्ट नही हुए। यह आज भी बहोत कम बारोट है।
      इसलिए हमारे पूर्वजों की वंशा वही हम संभाल कर नही रख सके।

      लेकिन हमे आज भी ज्ञात है की हमारे पूर्वज राजस्थान के आबू के सोढा परमार हैं।

      और हमारी बारिया जाति इतनी प्रसिद्ध इसलिए नही हुई क्योंकि इस ज्ञाती का कोई राज्य राजवाड़ा नही था।

      लेकिन हमारे पूर्वज क्षत्रिय बारिया गुजरात में छोटे मोटे जागीरदार , ठाकोर , सेना में सैनिक और राज्य के विभिन्न पद पर रहे।
      और पंचमहल क्षेत्र के ज्यादातर गावो में बारिया ही ठाकोर है।


      मेरी कुलदेवी मां माता हरसिद्धि भवानी मा है।
      लेकिन बारिया समाज में भिन्न भिन्न कुलदेवी है।

      मां सच्या भवानी
      मां अम्बे भवानी
      मां आशापुरा भवानी
      मां शारदा भवानी
      मां चामुण्डा भवानी
      महाकाली मां
      वाघेश्वरी मां।

      हमारे रितिरिवाज वही है जो पहले थे।
      यहां गुजरात में बारिया केवल सरनेम नही है। वह एक उपज्ञाती से पहचानी जाती है। जिसमे यहां के panchmahal, Dahod etc जिले के परमार , चौहान, सोलंकी , गोहिल , जादव ।।।।। Etc जातियां समाविष्ट है।

      तो में आपको प्रार्थना करता हु की बारिया को सोढा परमार की एक खाप के रूप में स्वीकृत करे।

      और यह हकीकत आप अन्य सोढा परमार समुदाय के लोको तक पहुंचाए।
      🙏🏻🙏🏻🙏🏻। जय मां भवानी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

      हटाएं
    2. 🙏🏻🙏🏻 हुकम हम भी सोढा परमार है,अरबुदा माताजी है , आपने इसमें अरबूदा माताजी का नाम नहीं लिखा है

      हटाएं
  17. Agar Kuldevi Harshiddhi hai
    To hamari Kuldevi Chamunda maa bhi hai

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  18. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  19. Me barot bhatraja bharatsinh l to tharad Gujarat sodha paramaro ke barotji mo 8758877097

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  20. Mari pase aatla sodhaona chopada chhe 1akha 2nanda 3malde sindhal nagad kilan paramar muli gelada dhara varan bodana 8758877097

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  21. हुकुम सा आपको मेरा प्रणाम।

    में ध्रुवराजसिंह बारिया गुजरात के पंचमहाल से हु।
    शाख सोढा परमार है। कुलदेवी मां माता हर्षद भवानी है।
    में आपको क्षत्रिय बारिया ज्ञाति के बारे में कुछ जानकारी देना चाहता हूं।
    में बताना चाहता हूं कि बारिया क्षत्रिय सोढा परमार के वंशज है।
    राजस्थान के आबू और उसके आसपास के विस्तार में सोढा परमारो का शासन हुआ करता था। जब वहा विदेशी प्रजा ने आक्रमण किया तब वहा से कुछ सोढा परमार गुजरात के पंचमहाल , पावागढ़ , इंद्र प्रदेश , छोटा उदेपुर , दाहोद
    , महीसागर etc … प्रदेशों में आकर बसे।
    यहां के मूल निवासी लोकोने इन सोढा परमारो को बहारिया
    ( गुजराती में इसका अर्थ होता है बाहर से आनेवाले )
    कहा। समय बीतते बीतते यही हमारी पहचान हो गई।
    और बहारिया का बारिया / बारिआ / बारैया हुआ।
    इस प्रकार राजस्थान से आए हुए कुछ सोढा परमार गुजरात में बारिया कहलाने लगे। और हमारे पूर्वजों ने भी यही नाम स्वीकार कर लिया।
    गुजरात के इस क्षेत्र जंगल विस्तार में है। और यह शिक्षा का स्तर पहेलेसे ही निम्न है। इस लिए यहां zaverchand मेघाणी जैसे कवि और बारोट यानी की भट्ट नही हुए। यह आज भी बहोत कम बारोट है।
    इसलिए हमारे पूर्वजों की वंशा वही हम संभाल कर नही रख सके।

    लेकिन हमे आज भी ज्ञात है की हमारे पूर्वज राजस्थान के आबू के सोढा परमार हैं।

    और हमारी बारिया जाति इतनी प्रसिद्ध इसलिए नही हुई क्योंकि इस ज्ञाती का कोई राज्य राजवाड़ा नही था।

    लेकिन हमारे पूर्वज क्षत्रिय बारिया गुजरात में छोटे मोटे जागीरदार , ठाकोर , सेना में सैनिक और राज्य के विभिन्न पद पर रहे।
    और पंचमहल क्षेत्र के ज्यादातर गावो में बारिया ही ठाकोर है।


    मेरी कुलदेवी मां माता हरसिद्धि भवानी मा है।
    लेकिन बारिया समाज में भिन्न भिन्न कुलदेवी है।

    मां सच्या भवानी
    मां अम्बे भवानी
    मां आशापुरा भवानी
    मां शारदा भवानी
    मां चामुण्डा भवानी
    महाकाली मां
    वाघेश्वरी मां।

    हमारे रितिरिवाज वही है जो पहले थे।
    यहां गुजरात में बारिया केवल सरनेम नही है। वह एक उपज्ञाती से पहचानी जाती है। जिसमे यहां के panchmahal, Dahod etc जिले के परमार , चौहान, सोलंकी , गोहिल , जादव ।।।।। Etc जातियां समाविष्ट है।

    तो में आपको प्रार्थना करता हु की बारिया को सोढा परमार की एक खाप के रूप में स्वीकृत करे।

    और यह हकीकत आप अन्य सोढा परमार समुदाय के लोको तक पहुंचाए।
    🙏🏻🙏🏻🙏🏻। जय मां भवानी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

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  22. राजा दुर्जनसाल के पुत्र खींवराज , खींवराज के राणा अवतारदे, अवतारदे के वीरमदे, वीरमदे के तमायची, तमायची के देवराज , देवराज के साधा, साधा के बन्ना, बन्ना के सहसमल, सहसमल के अड़वाल , अड़वाल के महेराज, महेराज के नोटशी, नोटशी के ईशरदास , ईशरदास के गोरधन जी, गोरधन जी के रूगनाथ सिंह जी हुए । यह वंशावली राजस्थान के पाली जिले में सोजत सिटी के पास स्तिथ गांव खारिया सोढा की है । यहां के सोढा वीरमदे सोढा के वंशज है । संदर्भ- नैणसी की ख्यात पुस्तक के आधार पर ।

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  23. हुक्म मुझे वरण परमार के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है

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  24. sapsasodha@gmail.com

    Swaroop Singh Sodha Nohdiyala Gadra Road Barmer Rajasthan
    9649131846,9549131846

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  25. हुकम में हूँ केलन सोढ़ा
    ठिकाना हे Barmer में गुदामलानी

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  26. नारायणसिंह सोढा गंगादास गांव दुठौड बाड़मेर राजस्थान हाल निवास मोहनगढ़ जैसलमेर

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